खामोशी अच्छी लगती है। जब तुम मुझे देख कर थोड़ा मुस्कराते हो, इशारों ही इशारों में सब कह जाते हो। तुम्हरे चेहरे की वो खामोशी अच्छी लगती है । तेरे बिना ये विरह चुभन सी लगती है, पर तेरी यादें सुबह से शाम चलती हैं। वो माहौल की खामोशी अच्छी लगती है । पता नहीं तेरी बातें मुझ पर किस तरह असर करती हैं, तनहाई में तुम्हरी कही बातें चटपटी स्वाद सी लगती हैं। हां अब मुझे ये खामोशी अच्छी लगती है । पता नहीं क्यों मुझे खामोशी अच्छी लगती है । #sunlight #Sksingh #tumhariyad Suman Zaniyan