दिमाग़ अर्श पे है ख़ुद ज़मीं पे चलते हैं सफ़र गुमान का है और यक़ीं पे चलते हैं जहाँ तुम्हारा है तुम को किसी का डर क्या है तमाम तीर जहाँ के हमीं पे चलते हैं ©Raaj _The Secret my love