जो भी शर्तों पर आधारित है, वह प्रेम नहीं है।मूल रूप में, प्रेम का अर्थ हैः पसंदों और नापसंदों से ऊपर उठ जाना।जिस व्यक्ति के अंदर स्वयं को खोने का डर नहीं है, जो इससे मुक्त हो चुका है, वही प्रेम को जान सकता है, वही प्रेम बन सकता है। #Real mean of Love #Real defination of Love #Real Happines of Love #Real Sorrow of Love