"वो मौसम की तरह ही प्यार करते हैं। हर वक़्त वो अपने इरादे बदलते हैं। कई दिनों बाद सावन सी मुहब्बत बरसी है। लौटी वो इस क़दर जैसे मुहब्बत को तरसी है।" -आशीष द्विवेदी #लौटता_हुआ_मानसून ©Bazirao Ashish #लौटता हुआ मानसून #Morning