क्या तुझे सुनाऊँ मेरी मैं, चल तू अपना मुझे सुना दे, आ। सब लीपा पोती छोड़ कहीं, जग अनसुना मुझे सुना दे, आ। राग अलाप सब सुर-सरगम के तार सभी गुनगुना दे, आ। काग़ज़, क़लम, किताब, निरुक्त के अस्तित्व सभी भुना दे, आ। चल तू अपना मुझे सुना दे, आ.. आ संगीत की रेखा मोड़ कहीं, आ बिकते किस्सों से नाता तोड़ कहीं, आ नज़रों में निश्छल दर्पण लेकर कि मन के आस सभी गिना दे, आ। चल तू अपना मुझे सुना दे, आ.. आ सुना जो कुछ भी पास है तेरे, आ सुन ले जो मुझे आभास नहीं है। ला फ़ुरसत में क़ायनात टटोल कोई, छुपकर, राज़ कोई भुनभुना दे, आ। चल तू अपना मुझे सुना दे, आ.. ©KanKum सुना दे, आ.. #lovequote #lostLetter #Nojoto #Hindi #Poetry #Thoughts