शर्म आनी चहिए उस मुख्यमंत्री को जनता से सीधा संवाद ना कर सके , उसके पास एक आम आदमी को मिलने के लिए , किसी नेतागिरी वाले आदमी को एक आम आदमी को सिफारिश करनी पड़े , ये वही आदमी था या होता है जो हांथ जोड़कर आपके वोट को लूटने अपनी कपटी मुस्कुराहट के साथ आपके गली मोहल्लों में आता है और फिर ये वही आदमी नेतागिरी की चासनी में लिप्त होकर कहीं छुपकर बैठे जाता है और देश के पैसे अलग अलग माध्यमों से अपने लिए अपनी पार्टी के लिए डकारता है #cinemagraph #neerajwrites ये तो हाल है मुख्यमंत्री का