शम्स तन्हा है चाँद है तन्हा। दिन भी' तन्हा है रात है तन्हा। आसमा में बहुत सितारे हैं, उन सितारों में चाँद है तन्हा। सबके गम में थे हम शरीक़ मगर, मेरा गम-ए-हयात है तन्हा। सभी बेलौस रह रहे हैं यहाँ, और मेरा एहतियात है तन्हा। खुद से मिलता हूँ 'मधु' खूब मगर, मेरी यह मुलाक़ात है तन्हा। #गजल तन्हा