मेरी मां मां है , मेरी बहन बहन है समझे। उस लड़की का बड़ा सुंदर बदन है समझे। तौर तरीके तुम मर्द ही सीखो तो बेहतर। ये लड़कियों का आज का चलन है समझे। गुड टच-बैड टच और क्या-क्या सिखाऊं। हैवानों के चंगुल में सारा बचपन है समझें। अपने ही भाई का दुश्मन अपना ही भाई है। किस शान से कहूं कि ये मेरा चमन है समझें। हिंद की तरफ़ भूल के भी नज़र न उठाना जय। वीरों के सीने में आग, माथे पे कफ़न है समझें। मृत्युंजय विश्वकर्मा ©mritunjay Vishwakarma "jaunpuri" ग़ज़ल #mjaivishwa #bestgazal #HeartTouching #Social #bestshayari #Dark