दिल छेड़ता है शाम से कोई अफ़साना तेरा उम्मीद थी तुम आओगे रस्म ए उल्फत निभाओगे पर ठग गया मेरे पास से चुप चाप गुज़र जाना तेरा दिल छेड़ता है शाम से कोई अफ़साना तेरा चुपचाप गुज़र जाना... #चुपचाप #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #gazal #yqbaba