चीते-मोदी-गाय (राजस्थान के गौ सेवकों की पुकार) 'कवि आनंद दाधीच की लम्पी मुद्दे पर एक और रचना' निः संदेह, चीतों के, शेरों के हाल देख, पर लम्पी का भूचाल भी देख। धरा पर तो सबका ही हक है, गौ व मृगों के भी ख्याल देख। बेशक, नामों की बदलती मिसाल देख, पर कहर का बढ़ता काल भी देख। अंदाज तो सबका सर्वोपरी है, भारत में सबकी मजाल देख। भले ही, विलिक्षण भारत विशाल देख, पर जगत में उछलते सवाल भी देख। विजय आशीष सबको अति प्रिय है, मरुधर में गौ भक्तों के कमाल देख। राजनीति के हर बैताल देख, गधों व कुत्तों के बवाल भी देख। जिन्दगी सबकी गुजर जायेगी, एक दफ़ा गौ माँ को संभाल देख। ©Anand Dadhich #चीता #गाय #लम्पी #lampivirus #kaviananddadhich #poetananddadhich #hindipoetry #indianpoetry #modi #betrayal