#OMGINDIAWORLD
रोज आती है,कोई,
यूँही सुरमई अखियों से तीर चलाती हुई,
#कारण पुछा तो बताती है,महबुबा हु तेरी,
जो #पल_पल रहती तेरी आखों की
गहराईयो मे,जिसमे डुबकर मेरी आँखे
सुरमई सी होने लगी है,#अनछुवा कुछ भी ना रहा,
तेरे,मेरे दरमियान,बस मीठा,मिठा महोब्बत का #शायरी