महादेव विवाह जन्मों का रिश्ता रहा नहीं अब तुम्हे पूजने वाले मनुष्यों में भी अजब गजब सी होड़ मची है रिश्ते नए खोजने की विवाहितो में ही दौड़ लगी है रिश्ते तोड़ मचलने की धन वैभव की कमी अब रही नहीं बात निभाने की आचरण का अचार खानेवाले लेते देखे चटखारे भी बबली भाटी बैसला ©Babli BhatiBaisla चाँदनी Dr. uvsays