Year end 2023 मरहटा छन्द यह जग की माया , जीवन काया , पहले कर पहचान । यह मति भरमाता , पीर जगाता , समझ जरा इंसान ।। मत पीछे भागो , प्यारे जागो , स्वयं बड़े बलवान । बैठा जो तुझमें , वह है सबमें , शक्ति वही भगवान ।। ०३/०१/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR मरहटा छन्द यह जग की माया , जीवन काया , पहले कर पहचान । यह मति भरमाता , पीर जगाता , समझ जरा इंसान ।। मत पीछे भागो , प्यारे जागो , स्वयं बड़े बलवान ।