अपने आप को खुद से मिटाना है याद आया, तुझे भुलाना है । सफर हो जटिल कितना भी परवाह नही, मुझे खुद से दूर जाना है । ख्वाबों के कैदखाने मे कैद थे दोनों होना था जुदा, आज़ादी तो बहाना है । मुद्दतों में नही थे हम उनके, हमे पता है इंतजार मे ही जिन्दगी गुनगुनाना है । ख्वाहिश बड़ी थी, हमारे प्यार की मुझे पूरी न होंगी कभी, क्योंकि तुम्हे जिताना है #yqdidi #love #भुलाना #मिटाना #बहाना #ghazal #yqbhaijan #गज़ल