Nojoto: Largest Storytelling Platform

यार कभी कभी न मन एकदम उदास हो जाता है! कुछ मन नहीं

यार कभी कभी न
मन एकदम उदास हो जाता है!
कुछ मन नहीं करता है 
बस लगता है जोर से रो लें
पर ख्याल ये भी आखिर कब तक
कब तक रोया जाए
जब सामने वाले का दिल पत्थर का हो चुका हो
जब उसका दिल पसीजता ही न हो
जब उसका दिल सिर्फ बायोलॉजी के अनुसार
धड़कता हो,रक्त शुद्ध करता हो
तो क्या ही किया जा सकता है?

©ADiL KHaN (शहज़ादा)
  #MountainPeak 



 Naam sun kay karoge........................! Vishalkumar "Vishal" Jugal Kisओर Anshu writer Satyaprem Upadhyay  Shiv Narayan Saxena Krishnadasi Sanatani Ehsaas"(ˈvamˌpī(ə)r)"Radio  Sana naaz. Da "Divya Tyagi"  IshQपरस्त