"✍️आज की डायरी"✍️ "जाना कहाँ है सफ़र में पता चलता नहीं है , ज़िन्दगी है किस अधर में पता चलता नहीँ है । भीड़ में चलते हुए साथ तो हर शख़्श रहता है , कौन अपना है कौन पराया पता चलता नहीं है।। दिल की बातों को जुबाँ से कह देना ही ठीक है, आँखों में देखकर अब प्यार का पता चलता नही है।। मंज़िल दिख जाए फ़िर भी रुकना नहीं है "नीरज" , कब हाथों से वो फिसल जाये पता चलता नहीं है "।। ✍️ नीरज✍️ ✍️पता चलता नहीं है...✍️