एक तू है, एक चाँद है इक तू है, इक चांद है तूने तो मुझे यू ही छोड़ दिया चंदा, सूरज के इन्तेजार में हर रोज आ ही जाती हैं मैंने तो कभी सुना ही नहीं कि चंदा भी वफा की कसमे खाती हैं चाहे मौसम कोई हो, अधूरा ही सही, पर साथ निभा जाती है इक तू है, इक चांद हैं तूने तो मुझे यू ही छोड़ दिया #mypoem #mythouts #mystiries#mypoetry #myqoutes #mypoem #hindiauduopoem