मेरी बेसब्र निगाहें तेरे इंतज़ार में न जाने कब से उन रास्तों पर तेरे आने की राह देख रही है जिस रास्ते से तुम अक़्सर आया करते थे, क़ाश के तुम आ पाते, तुम आओगे भी तो कैसे आओगे? तुम तो शहर में कैद हो गए हो, लॉकडाउन की जंज़ीरों में बंध गए हो, यहाँ गाँव में तुम्हारी ज़िक़्र होती है, और मुझे हर पल तुम्हारी फ़िक्र होती है। तुम आओगे भी तो कैसे आओगे? #Ankit_Srivastava_Thoughts. #YQ_ANKIT_SRIVASTAVA #lockdowndiary #myfeelingsinmywords #yqhindi #yqdidi #yqbaba #mylove