कंस के अत्याचार जब बढ़ने लगे, लोग त्राहि त्राहि करने लगे। पृथ्वी को असुरों से मुक्त करने का वक़्त आ गया, धरती पर विष्णु का आठवां अवतार कृष्ण आ गया। तुम्हारा जन्म जेल में हुआ, यमुना का वेग चरण छू कर कम हुआ। कृष्ण अपनी यशोदा के घर पहुंच गए, पूतना से लेकर बकासुर सब यमलोक पहुंच गए। कालिया नाग के ज़हर से यमुना को मुक्त कराया, गोपियों के साथ रास कर जमीं पर स्वर्ग बनाया। राधा का प्रेम पवित्र, सुदामा की मित्रता चरित्र, बलराम जैसा बल और हल तुलसी की तपस्या का फल। मटकी फोड़ कर माखन खाना, नहाती हुई गोपियों के वस्त्र चुराना। इंद्र के क्रोध की बारिश ने गोकुल को डुबा दिया, गोवर्धन को उंगली पर उठा गोकुल को बचा लिया। वासुदेव और देवकी को मुक्त कर, मथुरा के कंस का काल आ गया। माखन चोर, कन्हैया, कृष्ण जिस नाम से पुकारा जाउंगा, बस प्रेम रखना मन में मैं दौड़ा चला आऊंगा। @k_a_a_v_i_s_h #thoughts #yourquote #krishna #krishnajanmashtami #love #hindi #poetry #poem