thoughts love #LoveStory poetry #Hindi#yourquote#Prem
वो और मैं एक साथ ही बड़े हुए हैं,
हर रास्तों पर साथ ही खड़े हुए हैं।
मैंने अपने जज़्बातों को इज़हार नहीं होने दिया,
दोस्ती टूटने के डर से इक तरफा ही रहने दिया।
पढ़ाई खत्म होने के बाद हम अपनी मंजिलों को जाने लगे,
मुझे नौकरी और उसे घर के काम सिखाने लगे।