Nojoto: Largest Storytelling Platform

लिखी है जो उसने ये पहली ग़ज़ल अब, के महफ़िल में 'इ

लिखी है जो उसने ये पहली ग़ज़ल अब,
के महफ़िल में 'इकराश़' आया नज़र में।
 सोच नहीं था कभी ये मुमकिन होगा मगर जिनके दोस्त ख़ाक साहब हो तो क्या ही नामुमकिन हो।

इस शुक्रिया में ज़रा देरी हो गई, मगर अब कह रहा हूँ। दिल से शुक्रिया भाईजान।

हमेशा साथ देने, मार्गदर्शन करने, और मोहब्बत के लिये तहे-दिल से शुक्रिया Ashish, Tanu और Siddharth आपका।

इकराश़
लिखी है जो उसने ये पहली ग़ज़ल अब,
के महफ़िल में 'इकराश़' आया नज़र में।
 सोच नहीं था कभी ये मुमकिन होगा मगर जिनके दोस्त ख़ाक साहब हो तो क्या ही नामुमकिन हो।

इस शुक्रिया में ज़रा देरी हो गई, मगर अब कह रहा हूँ। दिल से शुक्रिया भाईजान।

हमेशा साथ देने, मार्गदर्शन करने, और मोहब्बत के लिये तहे-दिल से शुक्रिया Ashish, Tanu और Siddharth आपका।

इकराश़

सोच नहीं था कभी ये मुमकिन होगा मगर जिनके दोस्त ख़ाक साहब हो तो क्या ही नामुमकिन हो। इस शुक्रिया में ज़रा देरी हो गई, मगर अब कह रहा हूँ। दिल से शुक्रिया भाईजान। हमेशा साथ देने, मार्गदर्शन करने, और मोहब्बत के लिये तहे-दिल से शुक्रिया Ashish, Tanu और Siddharth आपका। इकराश़ #शेर #yqbaba #yqdidi #इकराश़नामा #शुक्रियानामा