हमने माना रुलाती है ज़िन्दगी पर रोने का नहीं, आवेश में आकर ज़िन्दगी खोने का नहीं, बेटी की शादी हो तो चादर तान सोने का नहीं, घर की संपत्ति बेच लुटिया डुबोने का नहीं, अपनों से भुलकर भी विमुख होने का नहीं, दूसरों के पाप को अपने सर ढोने का नहीं, तू राहों में फूल बिछा काँटे बोने का नहीं, सपनों को हकीकत बना सपने संजोने का नहीं। #challengeno35 #the_speed_of_motivation #collabwithtsom 👉चार पंक्तियों के साथ collab करें ! 👉collab करने से पहले हमारे नियम और शर्तों को पिन📌पोस्ट पर पढ़ें ! 👉collab करने के बाद कॉमेंट बॉक्स में 55555 लिखें !