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तलब ऐ जिंदगी तुझसे , मझिल पाने कि खवाहिश में भटक

तलब ऐ जिंदगी तुझसे , 
मझिल पाने कि खवाहिश 
में भटक रहे हैं, कोई पुछे 
तो उसे बता देना  कुछ 
पाने के लिए सबसे होड 
 कर रहे , यहा मिलता कहा 
आसानी ,सबकुछ  खोकर भी 
मंजिल पाने कि चाहत रखनी पड़ती है

©@d.r~ solanki~~
  सब कुछ खोकर भी पाने कि चाहत

सब कुछ खोकर भी पाने कि चाहत #शायरी

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