किरणों की पहल कण कण से कुछ कह रही है, पंछियों की चहल क्षण क्षण मन में बह रही है, बरखा आई सपने लेकर...नभ गया निखर, उठा हल की पल पल वसुधा खिन्न रह रही है। ©Anand Dadhich #rain #बारिश #धरा #khet #kaviananddadhich #poetsofindia #poetananddadhich