फटा मुखौटा नियत की तेरी वो निशान रह गई जिसे देख के भी अंजान सी सह गई तेरी वो फितरत फिर पहचान ना सकी सब जान के भी सच उसे मान ना रही तेरे गंदे नियत पर अच्छाई मैंने ओढ़ाया है पर तेरे शातिर इरादों ने सब विश्वास मेरा धोया है बेवफ़ाई की खाई में खोकर तेरे धोखे को भी ढोया है और यह विष पीकर भी मैंने बस प्यार वफ़ा ही बोया है ©Deepali Singh # फटा मुखौटा