क्यों हारा हुआ कहे मुझको, हारी नहीं हूँ मैं, हाँ नारी हूँ, मैं नारी हूँ, पर हारी नहीं हूँ मैं, हूँ दुर्गा मैं औऱ काली मैं, सारे जग की कल्याणी मैं, मैं जगतजननी, मैं अन्नपूर्णा, पुरुषों की भी जन्मदायिनी मैं, क्यों हारा हुआ कहे मुझको, हारी नहीं हूँ मैं।। ©Babita Rajput #RESPECTWOMEN हाँ नारी हूँ,पर हारी नहीं हूँ मैं.......... #booklover