मैं भागूँ आगे आगे, तू गुस्से से दौड़ाए मुझे। मैं गिर जाऊँ ठोकरों से, फिर उठा तू गले लगाए मुझे। कर आ-गुदीगुदी, मैं खिलखिलाऊँ, सब गम भुला कर और फिर से, तू वैसे ही हँसाये मुझे। मैं सो जाऊँ तेरे पास आ के, और तू लोरियों के साथ थपकी दे के सुलाए मुझे। और आँखें खुलते ही, मुँह बिचकाऊँ, रोने जैसा हो जाऊँ, तभी उठा अपनी गोद में तू, फिर से गले लगाए मुझे...। Part 1.. मैं भागू आगे आगे, तू गुस्से से दौड़ाए मुझे। मैं गिर जाऊँ ठोकरों से, फिर उठा तू गले लगाए मुझे। कर आ-गुदीगुदी, मैं खिलखिलाऊँ, सब गम भुला कर