क्या बरा बरी करोगें तुम इंसानों की इंसानियत को छोड़ ,शौक कुत्तो के पाले ह अपनो के लिए टाइम नहीं, ओर बिस्तर पे कुत्तो को डाले हुए ह क्या गजब का शौक पाले हैं कभी घोड़े दौड़ा रहे ह,तो कभी बेबी नाम से दूसरों को बिलिया घुमा रहे ह। जिसने कभी पानी भी नी पिलाया होगा गर पे वो किसी के पैरों में बैठ, जूते बांध रहे ह क्या शौक पाले हैं। भाई भाई को छोड़,मैडम घुमा रहे ह फिर उसी को 2 दिन बाद characterless बता रहे ह। एक अकेली लड़की कैसे चारक्टरलेस हुई, वो तो खुद की नजरों से गिरते जा रहे ह। कहा कहऊँ अब मैं, सब शिक्षा लिए जा रहे ह,पर जरूरत शिक्षा की नही, संस्कारो की ह,इनके तो संस्कार मरते जा रहे ह। क्या गजब का शौक़ पीला ह क्या शौक पाले ह