तेरा मुल्क है तो तुझे फिर है क्या डर बेकार में तू मरा जा रहा है पनाह तूने दी है, गद्दार ए वतन को उन्हीं की फ़िक्र में मरा जा रहा है #मजहब से होता गर #वतन प्यारा फिर क्यूं #वंदे_मातरम कहने में हलक गला जा रहा है ________©® गणेश सिंह जादौन तेरा मुल्क है तो तुझे फिर है क्या डर बेकार में तू मरा जा रहा है पनाह तूने दी है, गद्दार ए वतन को उन्हीं की फ़िक्र में मरा जा रहा है #मजहब से होता गर #वतन प्यारा फिर क्यूं #वंदे_मातरम कहने में हलक गला जा रहा है