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Best मजहब Shayari, Status, Quotes, Stories

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Shalini Nigam

#मजहब #yqdidi #yqbaba Life Love #poem Poetry

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"मजहब" की तलवार_ जब भी 
चली है_ 
"कत्ल" हमेशा "इन्सानियत" का 
हुआ है..!

©Shalini Nigam #मजहब #Nojoto #yqdidi #yqbaba #Life #Love #poem #Poetry

कलम की दुनिया

#मजहब

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Shankar

मुखौटा A HIDDEN FEELINGS * अंकूर *

#मजहब,दौलत,जात,घराना,सरहद,गैरत,खुद्दारी एक मोहब्ब्त की चादर को कितने चूहे कुतर गए

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मजहब,दौलत,जात,घराना,सरहद,गैरत,खुद्दारी
एक मोहब्ब्त की चादर को कितने चूहे कुतर गए

©मुखौटा A HIDDEN FEELINGS * अंकूर * #मजहब,दौलत,जात,घराना,सरहद,गैरत,खुद्दारी
एक मोहब्ब्त की चादर को कितने चूहे कुतर गए

बेजुबान शायर shivkumar

#wholegrain #motivate #motivatation // कड़वा सच / #भूख सबको लगती है #अनाज पर सबका हक नहीं उपजे सब पृथ्वी से मगर #धरती पर सबका हक नहीं

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अदनासा-

विडियो सौजन्य एवं हार्दिक आभार💐🌹🙏😊🇮🇳🇮🇳https://www.instagram.com/reel/CzTTSj7NIzu/?igsh=ZHE2Ymh0dHF1ZjUy #हिंदी #मंदिर_मस्जिद #मजहब #सियासत #नफ़रत #टूटेघर #Instagram #Facebook #अदनासा

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True Voice

Aditya Kumar Bharti

#मजहब में सियासत

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अजी मज़हब के नाम पर क्या खूब सियासत चमका रहे हो
मज़हब नहीं लड़ता है आपस में ये तुम हो जो इसे लड़ा रहे हो
मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना तुमने सुना ही नहीं
वरना गंगा जमुनी तहज़ीब में मुस्लिम को हिंदू का दुश्मन बना रहे हो

आदित्य मस्त अल्हड़
२०/०६/२०२३

©Aditya Kumar Bharti #मजहब में सियासत

Anand Prakash Nautiyal tnautiyal

Rabindra Kumar Ram

Pic : Google " इस मिट्टी में खुशबू जान सी जान सी बसी , इसमें निवछावर होना हमारा अरमां सी बसी , लिए हसरतों की आंधी रचा बसा है हर दिल में , क्यों ना कोई भी मजहब हो हमारा दिल से है हिन्दूस्तानी ." --- रबिन्द्र राम

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" इस मिट्टी में खुशबू जान सी जान सी बसी ,
इसमें निवछावर होना हमारा अरमां सी बसी ,
लिए हसरतों की आंधी रचा बसा है हर दिल में ,
क्यों ना कोई भी मजहब हो हमारा दिल से है हिन्दूस्तानी ." 

                                                --- रबिन्द्र राम Pic : Google 

" इस मिट्टी में खुशबू जान सी जान सी बसी ,
इसमें निवछावर होना हमारा अरमां सी बसी ,
लिए हसरतों की आंधी रचा बसा है हर दिल में ,
क्यों ना कोई भी मजहब हो हमारा दिल से है हिन्दूस्तानी ." 

                                                --- रबिन्द्र राम
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