भाग..8.शीर्षक.....राघव और सुजाता के चर्चे हर जगह हो रहे थे """""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""" माधव बोला... नहीं मां जी ठीक है...मैं आप से कुछ मांगने आया हूं।सुजाता की मां बोली...बेटा साफ-साफ बोलो..मैं समझी नहीं! माधव बोला.......मां जी आप अपनी बेटी सुजाता को मेरे घर का बहू बना दीजिए ! मेरा छोटा भाई राघव बहुत ही होनहार और समझदार है ! सुजाता की शादी अपने छोटे भाई राघव से करना चाहता हूं ! अंदर कमरे में बैठी सुजाता यह सब सुन रही थी और मन ही मन खुश ही होज्ञ रही थी । फिर सुजाता कमरे से बाहर निकली और मां के समीप आ गई। मां सुजाता को देखते ही बोली. ... बेटी दामाद जी आए हैं... बिस्कुट और पानी लेकर आ...अपना घर पहली बार आए हैं!माधव बोला... .मां जी आपने मेरा प्रश्न का उत्तर नहीं दिया!मां बोली..........बेटा मैं ठहरी गरीब.. किसी तरह कमाकर अपना और बेटी का पेट भर लेती हूं। बेटी को दहेज देने के लिए मैं पैसा कहां से लाऊंगी।माधव बोला... .मां जी मुझे सिर्फ आपकी लक्ष्मी बिटिया सुजाता चाहिए और फूटी कौड़ी भी नहीं! सुजाता की मां मुरझाए मन से बोली......फिर भी बेटा.....बेटी को खाली हाथ शादी कैसे कर सकती हूं और बेटी को खाली हाथ कैसे भेज सकती हूं।सुजाता के बाबा भी नहीं है। 4 साल के उम्र में ही बेटी को छोड़कर दुनिया से चले गए।माधव बोला......मां जी... आपने बचपन से आज तक बेटी को पाला , खिलाया- पिलाया, पढ़ाया-लिखाया, सुजाता के सभी इक्षा की पुर्ती की । क्या आप सुजाता पर किए गए सभी खर्च वापस ले सकती हैं......नहीं!आप आज तक का सारा खर्च जो आप सुजाता पर किए हैं जोड़ लें..... यही मेरा दहेज है! यह सब मेरा ही तो है! आपके द्वारा सुजाता पर किया गया सारा खर्च आपकी बेटी के शरीर पर ही तो है! """"""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""" आगे का भाग ...9... फढें..............प्रमोद मालाकार की कलम से 24.07.2021...97... """"""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""" ©pramod malakar #Unframedराघव और सुजाता के चर्चे...97... #DearCousins