White सुबह-सुबह अखबार पढ़ा। नए सपनों का संसार पढ़ा।। हवाओं का रुख ठीक होगा। खत्म हुआ अब इंतजार पढ़ा।। मिलेगी आवाम को ताकत। इसकी-उसकी सरकार पढ़ा।। बदल जाएंगे हालात इस बार। वादा-दर-वादा शानदार पढ़ा।। होगा अब हर मौसम बेहतरीन। सावन, वसंत और बहार पढ़ा।। सारे के सारे रोगी भाग गए हैं। सदमे में डॉक्टर बीमार पढ़ा।। उनकी आँखें नशीली-सी हैं। संपादकीय में बस प्यार पढ़ा।। आज रात भर जागेंगे अभिषेक। कोने में उनका इश्तहार पढ़ा।। -✍️ अभिषेक यादव ©Abhishek Yadav #Night