मैं कभी कोई नज़्म नहीं लिखता, पर अक्सर नज़्म लिख जाती है कभी दिखती मेरी आँखों में कभी चुपके से होंठो पर हँस जाती है थक जाती है जब नज़्म, मेरे बिस्तर पर आराम फर्माती है और फिर धीरे धीरे नींद की आग़ोश में सो जाती है..! नज़्म मरती है मुझपर मैं उस पर जान लुटाता हूँ #kumaarsthought #kumaaronlove #नज़्म #बिस्तर #नींद #आराम