अस्तित्व नारी तेरा अस्तित्व है क्या... मां बहन बेटी या प्रेमिका... तू क्यों हर वक्त तड़पती है... पहचान को, सम्मान को। नारी तेरा अस्तित्व है क्या ... बीवी बहू या सास... क्यों ये सवाल है मन में... जीवन के हर पल में .. कि पहचान सिमट के ना रह जाए... कहीं जीवन यूं ही ना बीत जाए। नारी तेरा अस्तित्व है क्या... दुर्गा, चंडी या काली.. कुछ कर, सर उठा, आगे बढ़ आगे जाना है पहचान बनाना है सबको दिखाना है। कि तेरा अस्तित्व है। नारी तेरा अस्तित्व है क्या.... दोस्त, हमदम या हमदर्द.. इच्छाओं को ना दबा, कुछ कर दिखा सोच से आगे जाना है एक नई राह बनाना है जीवन के पथ पर पहचान बना.... सबको बता, अस्तित्व है जहां में बड़ा। अस्तित्व #collabastitva