आँखों ही आँखों में प्यार आंखों ही आँखों में प्यार था हाँ वो पल लाज़बाब था लवों पे उसका नाम और दिल में उसका ख्याल था उसकी एक झलक मेरे खुशी का पैगाम था बस आँखों ही आँखों मे प्यार था तारीफ़ एक और शब्द हजार था उसके पीछे लगा पूरा बाजार था सूरत जो उसकी बेमिसाल था जिसे बनाया पूरी कायनात था मन चंचल, तन कंचन सा था चेहरे की नूर खन -खन सा था इजहार नही हुआ पर प्यार बहुत था हाँ आँखों ही आँखों मे प्यार था आँखों ही आँखों मे प्यार