जहां पड़ी है सुखी दरारें,कभी उस जमीन में पानी हुआ करती थी। कभी तेरी मेरी भी एक अनोखी कहानी हुआ करती थी। क्या हुआ के यूं अचानक प्रकृति में सुखा पड़ गया, क्या हुआ की यूं अचानक अपना रिश्ता रूखा रूखा सा रह गया। आ सकती है सर जमीं पे फिर बहारें, बारिश ए तूफानी चाहिए। रिश्ता फिर से हो सकता है मुक्कमल, लब्जे ए रूहानी चाहिए। #Relationship #complicationsinlife