Nojoto: Largest Storytelling Platform

रक्तरंजित फिर हुई चंबल की घाटी में। लहू बिखरा पड़ा

रक्तरंजित फिर हुई चंबल की घाटी में।
लहू बिखरा पड़ा है चंबल की माटी में।।

©kavi vikrant chambali
  #Likho #poem #kavita #Ka #hi #Hindi #Her #he #we #he