A Dream मंजर कैसा भी हो, ये कदम ना पहले रुके थे ना अब रुकेंगे, ये जो दिल हे ना हमारा बड़ा ही जिद्दी हे ना पहले वक्त के आगे झुका था ना अब झुकेगा मेरी लड़ाई मेरे खुद से हे इसमें मुझे ही मुझ से बेहतर बनना है। ©RjSunitkumar #adream