White कभी कभी किसी से कुछ ना कहकर भी हम कितना कुछ कह जाते है और लोग हमारी बातों को होठों पर ढूंढते रह जाते है बाते तो चुप्पी में थी, आखों मे थी, हंसी में थी बाते बातों की कमी में थी,बाते आखों की नमी में थी मैने कितना कुछ कहा तुमसे,सब ठीक तुम्हारे आगे था सच बताना.......... क्या तुमने कुछ नहीं सुना ..........। ©seema patidar अल्फाज़ दिल के ❣️