जब जब बात चुनाव की चली, तो लूट नजर आई, जब जब बात एकता की चली, तो फुट नजर आई, यहाँ किसी को मतलब नहीं राष्ट्र निर्माण से आनंद, जब जब वोट पड़ा, खुदगर्जी भरी चूक नजर आई! कवि आनंद दाधीच,भारत ©Anand Dadhich #electionpoem #electioninindia #kaviananddadhich #poetananddadhich #hindipoetry #poetsof2023 #election