अपने हिस्से की नेकी कर ले वरना जंग खा जायेगी आत्मा तेरी थोड़ा इसकी भी सुन ले नहीं तो इसकी धुन हो जायेगी कर्कशी पारुल शर्मा अपने हिस्से की नेकी कर ले वरना जंग खा जायेगी आत्मा तेरी थोड़ा इसकी भी सुन ले नहीं तो इसकी धुन हो जायेगी कर्कशी पारुल शर्मा