साहस ही जीवन है, साहसी बन, तू हिम्मत कभी ना हार, समस्याओं का समाधान ना हो तो, तुम पुनः करो विचार। ना हो अधीर, तू बन रणधीर, तूफानों का रुख तू मोड़ दे, सफलता तेरे कदम चूमेगी, सिकन्दर बन जीतोगे संसार। 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें...🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को प्रतियोगिता:-63 में स्वागत करता है..🙏🙏 *आप सभी 4 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। नियम एवं शर्तों के अनुसार चयनित किया जाएगा।