ये जरूरी नहीं कि सरे बाज़ार उतारूँ कपड़े, दुष्टों के हमाम को बस ढीला कर देता हूँ।। Adarsh Dwivedi #मेरीकलमसे #स्वाभिमान #बेबाक #विचार