आँख से दूर न हो दिल से उतर जाएगा, वक़्त का क्या है गुज़रता है गुज़र जाएगा। डूबते डूबते कश्ती को उछाला दे दूँ, मैं नहीं कोई तो साहिल पे उतर जाएगा। --अहमद फ़राज़-- #अहमद #फ़राज़