हर किसी की बस दुआं मिले मुझे, कुछ ऐसा सा करना चाहता हूँ , एक मोती हूँ और समन्दर में मिलना चाहता हूँ , ख़ुद के लिए तोह बहुत से जीते है, मैं बस दुनिया के लिए जीना चाहता हूँ। मछलियों को ना मारने वाला एक मछुआरा बनना चाहता हूँ, होशियार तो बहुत होते है, मैं होशियारी पैदा करने वाला बनना चाहता हूँ, कहते है लोग कि ये सब सब हक़ीक़त नहीं होता , लेकिन मैं हक़ीक़त ही तो बदलना चाहता हूँ , एक बारिश की बूंद हूँ और समुन्दर बनना चाहता हूँ ।। #Selflessness #peace