प्यार-मोहब्बत में न जाने कितनों के दिल टूटे हैं कोई तोड़ गया शीशे सा कोई अपनों से ही रूठे हैं दिल की चाह अभी थमी नहीं कि अंगारों से लिपट गए मोहब्बत भी नसीब हुई नहीं कफन में सिमट कर रह गए ये दो दिलों का मेल नहीं आकर्षण का जलवा है आँखें खुलेंगी जब कभी ये तब समझेंगे हलवा है मां बाप किसी के बुरे नहीं बुरा नजरिया होता है अपनी समझ से देखो नहीं ये अपनों को खोता है जिस उम्र में तुम हो अभी उस उम्र को उन्होंने देखा है न रुठो तुम उनसे कभी उन्होंने तुममे सपना देखा है ............................................................ देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #प्यार_मोहब्बत #HeartBreak #nojotohindi # Khushboo Kumari Sandip rohilla Harjinder Singh Harish Chander Ajeet