Nojoto: Largest Storytelling Platform

नज़र से क़ैद-ए-तअय्युन उठाई जाती है , तजल्ली-ए-रुख

नज़र से क़ैद-ए-तअय्युन उठाई जाती है ,
तजल्ली-ए-रुख़-ए-जानाँ दिखाई जाती है ..

जब उन को हौसला-ए-दिल पे ए'तिबार नहीं ,
तो फिर नज़र से नज़र क्यूँ मिलाई जाती है ...

©Arsh....
  नज़र से क़ैद-ए-तअय्युन उठाई जाती है
तजल्ली-ए-रुख़-ए-जानाँ दिखाई जाती है

जब उन को हौसला-ए-दिल पे ए'तिबार नहीं
तो फिर नज़र से नज़र क्यूँ मिलाई जाती है Rakesh Kumar Das  Ritu Tyagi  Puneet Arora Sunny  FAKIR SAAB(ek fakir)  shiza
au4256538166817

Arshu....

Silver Star
New Creator
streak icon520

नज़र से क़ैद-ए-तअय्युन उठाई जाती है तजल्ली-ए-रुख़-ए-जानाँ दिखाई जाती है जब उन को हौसला-ए-दिल पे ए'तिबार नहीं तो फिर नज़र से नज़र क्यूँ मिलाई जाती है @Rakesh Kumar Das @Ritu Tyagi Puneet Arora Sunny FAKIR SAAB(ek fakir) shiza #Shayari

153 Views