कच्ची उम्र की मोहब्बत थी साहब फिर क्या कुछ पक्के लोगो ने आके तोड़ दी🥀💔 ©Aakash Verma लगता है सभी ने चोट खाई है इश्क साथ फिर भी तन्हाई है मल्लाह को यकीं था जिस पर उसी दरिया ने कश्ती डुबोई है खुदा समझा था हमने जिसको उसके धोके ने ये गर्दन कटाई है