तेरे सपने भी मेरे है,मेरे सपने भी मेरे है तू मुझसे रुखसत हुई ऐसे कि जैसे सब हां तेरे है मेरे ख्वाबों की महफ़िल में,या मेरे हक़ीक़त में तेरे चर्चे भी मेरे है,मेरे चर्चे भी मेरे है। तू मुझसे दूर थी जाना तू मुझसे दूर है जाना कि तेरे बिन यही जीना और तेरे बिन ही मर जाना तेरे तो गम भी मेरे है, मेरे तो गम भी मेरे है तेरे तो गम भी मेरे है,मेरे तो गम भी मेरे है हाँ है नहीं जो पास मेरे बस तूने है जाना कि मेरी खुशियां भी तेरी है,तेरी खुशियां भी तेरी है हाँ मै खुश वहीं हो जाता हूं जब तू हाँ हसती है तेरी मुस्कान से आगे कहीं में खो नहीं सकता तू चाहे आजमा ले इस मुसाफ़िर को ये तेरा हो नहीं सकता ,तो कहीं भी खो नहीं सकता तेरे सपने भी मेरे ,मेरे सपने भी मेरे है। ©purvarth #Dedicated to my best friend😊