मुहम्मद रफी इक फरीस्ता अजूबा हिंदुस्तानकी थी इंक बुलंद गरिमा नौ रस की बेमिसाल शास्त्रीय गान हर दिल की तापिश ऐसा था नूर सब फनकारोंका था गाने का मसीहा शास्त्रीय मौशिकी का था अवलिया..। महान गायक को मेरा प्रणाम,,, ©rajendrakumar bhosale #अभिवादन #welove